राइफल-कारतूस हैं, तो निशाना लगाना पुलिस सिखाएगी

शिमला। निशानेबाज बनना है, तो राइफल और कारतूस तैयार रखिए। इंदिरा गांधी खेल परिसर में मार्च में शूटिंग का प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा। युवा सेवाएं एवं खेल विभाग ने पुलिस से अस्थायी कोच की व्यवस्था कर ली है। बस, आपके पास राइफल और कारतूस होने चाहिए। खेल विभाग प्रशिक्षण के लिए छात्र से 50 रुपये जबकि गैर छात्र से 100 रुपये पंजीकरण फीस लेगा। वहीं, मासिक फीस छात्र के लिए 400 रुपये जबकि गैर छात्र के लिए 800 रुपये तय की गई है। कोई एकमुश्त राशि भरे तो तीन महीने की फीस माफ कर दी जाएगी। युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के निदेशक कमल शर्मा और संयुक्त निदेशक सुमन रावत मेहता ने इसकी पुष्टि की है।
प्रशिक्षण के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया एक से दस मार्च तक चलेगी। रेंज में प्रशिक्षण का संचालन युवा सेवाएं एवं खेल विभाग करेगा। प्रशिक्षण लेने वाले शूटरों का दो श्रेणियों में पंजीकरण किया जाएगा और उसी आधार पर शूटरों को मासिक फीस और पंजीकरण फीस देनी होगी। उल्लेखनीय है कि पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में तैयार शूटिंग रेंज में बिना कोच प्रशिक्षण नहीं हो पा रहा था।

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